दुर्ग जिले में पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा लोगों को जिंदगी जीने के कई टिप्स भी दे रहे हैं। उन्होंने अपनी कथा में लड़कियों को लव मैरिज न करने की नसीहत दी है। उन्होंने खासतौर पर बेटियों के लिए कहा है कि वह लव मैरिज के चक्कर में ना पड़े।
पंडित पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपनी कथा में लड़कियों के लिए कहा कि आप स्कूल जाएंगी, कॉलेज जाएंगी, ट्यूशन जाएंगी वहां आपको 100 तरह के लड़के मिलेंगे, मगर इन 100 लड़कों के साथ आप 100 साल की जिंदगी नहीं जी सकते। जो आपके पापा ढूंढकर लाएंगे उसके साथ जिंदगी 100 साल तक सही जी सकते हैं, यह कहते हुए प्रदीप मिश्रा ने लड़कियों को अरेंज मैरिज करने, परिजनों द्वारा सुझाए गए रिश्तों पर ही ध्यान देने के लिए कहा।
दुर्ग जिले के अमलेश्वर में 26 मई से पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा चल रही है। 2 जून तक चलने वाले इस आयोजन में हर दिन 1 लाख के आस-पास लोग पहुुंच रहे हैं। कथा का क्रेज इसी बात से समझिए कि यहां आए 29 मई को एक 70 बुजुर्ग की मौत हो गई। धरसींवा के बुजुर्ग तीरथ राम साहू अचानक को चक्कर आया वो गिर गए। परिजन उन्हें उप स्वास्थ्य केंद्र अमलेश्वर ले गए, जहां पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद भी भीड़ हर दिन बढ़ रही है।पंडाल में पड़े तिरपाल को ही बिछाकर यहां महिलाएं रात में सो रही हैं। 20 से अधिक महिलाएं बीते दो से तीन दिन में गर्मी से बेहोश हो चुकी हैं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया या वॉलेंटियर्स ने मदद दी।
कथा के दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा- बार-बार जन्म होगा मृत्यु होगी, मृत्युलोक में जन्म लेना सरल है. लेकिन महादेव की भक्ति व कीर्तन प्राप्त करना कठिन है। यहां 46 से 47 डिग्री क़ि तीव्र गर्मी होने के बाद भी आप सब भगवान शिव की कथा का लाभ लेने पहुंचे है। इससे बड़ा कोई लाभ नहीं हो सकता। पंडित जी ने ताश खेलने वाले बुजुर्गों को सलाह देते हुए कहा कि जब बुजुर्ग फ्री हो जाते थे तो वे गांव में स्थित पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर ताशपत्ती खेलते थे। लेकिन इससे उनकी जिंदगी पूरी होने वाली नहीं है। जिस दिन से हमने समय की कीमत जान लिया उस दिन से तुम्हारा श्रेष्ठ समय प्रारंभ हो जाएगा।
- भोलेनाथ देंगे करोड़ों की प्रॉपर्टी- पंडित प्रदीप मिश्रा ने युवाओं से कहा तुम सिर्फ भोलेनाथ से यह कहो कि न हम चांद, सूरज व तारे ला सकते है, हमारे पास कुछ नहीं हैं भोलेनाथ, आप ने हमें जन्म दिया है वह सब आपको समर्पित है और मेरा दिल आपके लिए है और तुम्हें करोड़ों की प्रापर्टी मिल जाएगी।
- ये करने से दूर होगा पितृदोष- प्रदीप मिश्रा ने कहा कि हम जब भी मंदिर जाते हैं तो कहीं पर भी दीए जला देते हैं और उसे वहीं छोड़कर आ जाते है। लेकिन इन छोड़े हुए दीए का महत्व बहुत बड़ा है। बुझे दीपक को एकत्र कर एक जगह रख दें, और भगवान शंकर जी को प्रणाम कर वापस आ जाएं और आपके मस्तिक पर जो पितृदोष था वह दूर हो जाएगा।