देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आइडिया पर छत्तीसगढ़ में अभियान शुरू होने जा रहा है। अभियान का नाम है एक पेड़ मां के नाम। गुरुवार काे इस अभियान के तहत प्रदेश के CM विष्णुदेव साय ने पौधा लगाया। ये दहीमन का पौधा था।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा- समस्त प्रदेशवासियों से मेरा आग्रह है कि स्वच्छ एवं स्वस्थ पर्यावरण के लिए एक पेड़ जरूर लगाएं। मुख्यमंत्री ने जिस दहीमन के पौधे को लगाया उसके कई औषधिय फायदे हैं। इसकी छाल और डंठल ब्लड प्रेशर व पीलिया के मरीज के लिए दवा का काम करता है। इमें ईथेनालिक एक्सट्रैक्ट में होती है। इस पौधे से प्राप्त होने वाले एक्सट्रैक्ट में एंटीफंगल एंटीमाइक्रोबियल और एंटी कैंसर तत्व होते हैं।

नरेंद्र मोदी ने की थी अपील
बीते रविवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के बाद किये गए पहले ‘मन की बात’ रेडियो प्रोग्राम में एक आइडिया दिया था। उन्होंने कहा था- पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की थी कि एक पेड़ अपने नाम पर जरूर लगाएं पेड़ लगाने से धरती मां की रक्षा होगी। मां के रिश्ते और पर्यावरण पर पीएम मोदी ने कहा, “मैं आपसे पूछूं कि दुनिया का सबसे अनमोल रिश्ता कौन सा होता है तो आप जरूर कहेंगे – “माँ”. हम सबके जीवन में ‘माँ’ का दर्जा सबसे ऊंचा होता है. माँ हर दुख सहकर भी अपने बच्चे का पालन-पोषण करती है. हर माँ अपने बच्चे पर हर स्नेह लुटाती है। जन्मदात्री माँ का ये प्यार हम सब पर एक कर्ज की तरह होता है जिसे कोई चुका नहीं सकता. हम माँ को कुछ दे तो सकते नहीं, लेकिन और कुछ कर सकते हैं क्या? इसी सोच में से इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष अभियान शुरू किया गया है, इस अभियान का नाम है – ‘एक पेड़ माँ के नाम’. मैंने भी एक पेड़ अपनी माँ के नाम लगाया है।
11 जुलाई को पूरे प्रदेश में अभियान
11 जुलाई को वन महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत पूरे राज्य में 70 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। प्रदेश के वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी मुख्य वन संरक्षक एवं वनमण्डलाधिकारियों की बैठक ली है।
मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि वन महोत्सव के मौके पर लोग अपनी मां के नाम पेड़ लगाएं। इसके लिए पौधरोपण क्षेत्र, जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद लिया जाएगा। हर पौधरोपण क्षेत्र को स्थानीय देवी देवताओं के नाम दिया जाएगा। प्राइवेट-सरकारी जमीन आंगनबाड़ी, पुलिस चौकी, उद्यान, अस्पताल, शमशान, शासकीय परिसर, छात्रावास मंे भी पौधे लगाए जाएंगे। वनमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिया है कि इनके फोटोग्राफ्स मिशन लाईफ की साईट पर अपलोड किए जाएं।
3 करोड़ पौधे लगाने का टारगेट
प्रदेश में अलग-अगल योजना और अभियान के तहत इस बार 3 करोड़ 95 लाख 85 हजार से अधिक पौधरोपण करने का टारगेट अधिकारियों को दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इसमें 30 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
कहां कितने पौधे लगेंगे
अधिकारियों ने बताया कि जगदलपुर वृत्त अंतर्गत 535.48 हे. एवं 57 कि.मी. सड़क किनारे वृक्षारोपण के अंतर्गत कुल 308450 पौधों का रोपण किया जाना है। रायपुर वनवृत्त अंतर्गत 291.74 हे. एवं 2 कि.मी. सड़क किनारे वृक्षारोपण में 323913 पौधों का रोपण किया जाना है। कांकेर वनवृत्त अंतर्गत 220.74 हे. में 158804 पौधों का रोपण किया जाना है।
सरगुजा वनवृत्त अंतर्गत 4942.44 हे. एवं 21 कि.मी. सड़क किनारे वृक्षारोपण में 5053370 पौधा रोपण का लक्ष्य रखा गया है। दुर्ग वनवृत्त अंतर्गत 167.55 हे. में 142468 पौधों का रोपण किया जाना है। बिलासपुर वनवृत्त अंतर्गत 520.05 हे. एवं 04 कि.मी. सड़क किनारे वृक्षारोपण में 454159 पौधा रोपण का लक्ष्य रखा गया है। किसान वृक्ष मित्र योजनांतर्गत 2 करोड़ 82 लाख 35 हजार 894 पौधों का रोपण कृषकों के द्वारा अपनी भूमि पर किया जा रहा है।