तिल्दा नेवरा-तिल्दा पुलिस थाना में पदस्थ एकप्रधान आरक्षक के पिता के घर को चोरों ने निशाना बनाया. घर के बाहर दरवाजे पर लगा ताला तोड़कर घर के अंदर घुसे चोरों ने घर के अंदर रखी गोदरेज अलमारी को तोड़कर लाकर में रखे 3 लाख का कैश लेकर फरार हो गए. सुबह जब घर मालिक 86 वर्षीय घनश्याम प्रसाद साहू अपने घर पहुंचा तो दरवाजे का ताला टूटा देख उसके होश उड़ गए. उसने घर के अंदर जाकर देखा तो अलमारी का दरवाजा खुला हुआ था उसके अंदर रखें 3 लाख नकदी गायब थे. ये रुपए उन्होंने नतनीन की शादी के लिए रखे थे। उधर जब वृद्ध घनश्याम प्रसाद चोरी की रिपोर्ट लिखाने तिल्दा थाना पहुंचा और मामले की जानकारी दी तो थाना में पदस्थ एएसआई सोम ने FIR दर्ज न कर प्रार्थी से आवेदन लिखवाकर ले लिया और उसे शाम को आने की बात कह कर चलता कर दिया. जब शाम को वह फिर से थाना पहुंचा तो उसकी रिपोर्ट तो नहीं लिखी गई मात्र एक सादे कागज पर कथन लेकर उसे वापस कर दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी घनश्याम प्रसाद साहू मूल रूप से ग्राम कपसदा का रहने वाला है.गाव में आज भी उसके बच्चे रहते हैं,एक बेटा उसका पुलिस में हवलदार है और तिल्दा थाने में पदस्थ है। घनश्याम की जमीन और खेती तिल्दा से 8 किलोमीटर दूर ग्राम टंडवा के राणबोर मंदिर के पास है. जहां उसने रहने के लिए घर बना रखा है. और वह पत्नी के साथ रहकर खेती की देखभाल करता है। कुछ दिन पहले पत्नी की तबीयत खराब हुई तो उसे बच्चों के यहां कपसदा छोड़ आया था। लगभग एक सप्ताह पहले दिन पहले उसने ग्रामीण बैंक में जमा रुपयों में से 10 लाख रुपए निकलवाए थे. और 7 लाख लेनदेन कर बाकी 3 लाख नातिन की शादी के लिए घर की अलमारी में रखे थे। इसी बीच वह 14 अप्रैल की शाम कपड़ा चला गया और जब सोमवार को घर लौटा तो घर के बाहर दरवाजे पर लगा ताला टूटा हुआ था। अलमारी में रखें कैश 3 लाख गायब थे सामान बिखरा हुआ था.
जब 86 वर्षीय बुजुर्ग घनश्याम प्रसादरिपोर्ट लिखाने तिल्दा थाना पहुंचा तो एएसआई सोम नें एफआईआर करने की बजाय आवेदन लेकर चलता कर दिया। उधर आज इस बात की चर्चा पूरे इलाके में होती रही, लोगों का कहना था कि पुलिस मेरी मर्जी के तर्ज पर काम करती है.तिल्दा पुलिस प्रार्थी को भी पुलिस अपराधी बना देती है. लोगों का कहना है कि एएसआई को यह जानकारी है कि वृद्ध घनश्याम प्रसाद साहू थाने में पदस्थ एक प्रधान आरक्षक के पिता है, बावजूद उसे रिपोर्ट लिखवाने की बात कहकर चक्कर लगवाए गए।
घनश्याम प्रसाद ने दुखी मन से बताया कि इस मामले की शिकायत वे रायपुर में जाकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से करेंगे। उन्होंने बताया कि कथन के समय छोटा दरोगा ऐसे सवाल कर रहा था मानो हम ही चोर हैं।
उधर एएसआई का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।