रायपुर: महाराष्ट्र, समेत झारखंड और त्रिपुरा के राज्यपाल रह चुके रमेश बैस वापस छत्तीसगढ़ लौट आयें है। यहां रायपुर एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं द्वारा उनका स्वागत किया गया।इस दौरान रमेश बैस ने मीडिया से बातचीत की और उनके सवालों का जवाब भी दिया।
रमेश बैस ने दलगत सियासत में फिर से सक्रिय होने के सवाल पर कहा कि वह छत्तीसगढ़ की राजनीति में फिर से उतरेंगे या नहीं इस पर आखिरी फैसला भाजपा आलाकमान यानी पार्टी करेगी। जहां तक उपलब्धियों का सवाल हैं तो वह पिछले पांच सालों में तीन-तीन राज्यों के राज्यपाल रहे। इस दौरान उनका पूरा कार्यकाल बेदाग़ रहा। यह उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।
रमेश बैस से मीडिया ने राहुल गांधी के संसद में दिए गए चक्रव्यूह वाले भाषण के संबंध में भी सवाल किया। इस पर रमेश बैस ने राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें पहले महाभारत पढ़ना चाहिए और फिर इस तरह के बयान देने चाहिए।
रमेश बैस पहली बार वर्ष 1989 मेें रायपुर लोकसभा से सांसद चुने गए थे। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार गांधीवादी नेता केयूर भूषण को चुनाव हराया था। हालांकि 1991 मेें हुए लोकसभा चुनाव मेें बैस कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल से चुनाव हार गए थे। उसके बाद 1996 से 2014 तक हुए छह चुनाव मेें बैस ने लगातार जीत दर्ज की।
इस दौरान बैस ने कांग्रेस नेता धनेन्द्र साहू, विद्याचरण शुक्ल, जुगल किशोर साहू, श्यामा चरण शुक्ला, भूपेश बघेल और सत्यनारायण शर्मा को पराजित किया। बैस ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1978 में रायपुर नगर निगम के पार्षद चुनाव से की। बाद मेें उन्होेंने रायपुर ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक का भी चुनाव जीता। 1980 से 1984 तक वह मध्यप्रदेश विधान सभा के सदस्य भी थे।
लगातार सांसदी जीतने के अलावा राज्यपाल रहकर भी एक अनोखा रिकॉर्ड रमेश बैस ने अपने नाम किया। दरअसल महाराष्ट्र का राज्यपाल बनने पर वह पहले नेता बन गए जो लगातार तीन राज्यों के राज्यपाल रहे। इससे पहले प्रदेश से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ही किसी राज्य के राज्यपाल बन पाए थे।
बता दें कि, झारखंड के मौजूदा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के नए राज्यपाल होंगे। इस तरह राधाकृष्णन रमेश बैस की जगह लेंगे। रमेश बैश 18 फरवरी 2023 से महाराष्ट्र के राज्यपाल थे।
दरअसल झारखंड में सीपी राधाकृष्णन की जगह बीजेपी के वरिष्ठ नेता संतोष कुमार गंगवार को राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति भवन ने शनिवार रात कई राज्यों के लिए राज्यपालों की नियुक्तियों की घोषणा की।