रायपुर में इनकम टैक्स के अफसर्रो ने करणी सेवा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के घर आज छापेमारी की और टीम ने टैक्स और संपत्ति को लेकर घर पर पूछताछ की इस दौरान रायपुर निगम के अफसर भी मौजूद थे। निगम के अधिकारियों ने भी आरोपियों के घर पर संपत्ति संबंधित दस्तावेजों की जांच की और कुछ देर बाद चले गए। चार दिन पहले क्राइम ब्रांच ने भी घर में जांच कर कैश हथियार बरामद किए गए थे। उसके बाद से तोमर बंधु फरार है।
अंडे का ठेला चलाते क्राइम की दुनिया का बादशाह बना वीरेंद्र और रोहित तोमर पर लगातार क़ानूनी शिकंजा कसा जा रहा है,,। चार दिन पहले क्राइम ब्रांच ने घर में जांच कर कैश हथियार बरामद किया था और आज यानी कि रविवार को IT की टीम के द्वारा उनके घर पर छापेमारी की गई …टीम ने टैक्स और संपत्ति को लेकर तोमर के घर पर भी पूछताछ की…., आरोप है कि दोनों भाइयों ने सूदखोरी का जाल बिछाकर कर्जदारों से करोड़ों रुपए वसूला है…,, रेड के दौरान रायपुर निगम के अवसर भी मौजूद थे …निगम के अधिकारियों ने भी आरोपियों के घर पर संपत्ति संबंधित दस्तावेजों की जांच की और कुछ देर बादवे चले गए..।
गौरतलब है कि पुलिस के द्वारा लगातार शिकंजा कसे जाने के बाद दोनों भाई पिछले 7 दिन से फरार हैं…।उसके बाद से पुलिस तो उनकी तलाश कर ही रही है… साथ ही अब इनकम टैक्स अफसर भी आरोपी वीरेंद्र और रोहित के पास कुल कितनी संपत्ति है दोनों भाई कितनी संपत्तियों का टैक्स दे रहे हैं.. कितनी प्रॉपर्टी बेनामी है ..इन सभी सवालों के जवाब तलाशने के लिए छापेमारी कर जानकारी जुटाने में लग गए हैं…। रविवार को IT के छापेमारी के दौरान आरोपियों के घर से अहम दस्तावेज और संपत्ति से जुड़े कुछ सबूत मिलेने की बात कही जा रही है .. । बताया जा रहा है IT के हाथ सबूतों के जो दस्तावेज मिले है उसे IT अफसर अपने साथ लेकर निकल गए हैं।
कहा तो यह भी जा रहा है कि पुलिस हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के परिजनों से भी पूछताछ कर सकती है.. 4 दिन पहले हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के घर से पुलिस ने 37 लाख से ज्यादा नकद, 734 ग्राम सोने के जेवरात, 125 ग्राम चांदी, 4 गाड़ियां, आई-पेड, लैपटॉप, चेक एटीएम कार्ड, डी.व्ही.आर., ई-स्टाम्प जब्त किया था।
इसके अलावा पैसों के लेन-देन के हिसाब का रजिस्टर, जमीनों के दस्तावेज, नोट गिनने का मशीन, 5 तलवार, 1 रिवाल्वर, 1 पिस्टल, जिंदा राउंड और आवाजी कारतूस भी बरामद किए गए थे।पुलिस ने सामान जब्त करने के साथ ही वीरेंद्र और रोहित के भतीजे दिव्यांश प्रताप तोमर को भी रिमांड में लिया था। दिव्यांश से 2 दिन दस्तावेज दिखाकर पुलिस ने पूछताछ की, लेकिन उसने सब चाचा को पता है बोलकर जानकारी नहीं दी।
शहर में अंडा ठेला लगाने वाला इतना बड़ा सूदखोर कैसे बना? इसका पता लगाने के लिए पुलिस उसके मददगार की कुंडली निकालेगी। कुंडली निकालने की शुरुआत जेल से होगी। वीरेंद्र तोमर 2006 में कारोबारी पर चाकू से हमला किया था। 2013 में हत्या का केस दर्ज हुआ था।
इस दौरान जेल गया था और पहले से जेल में बंद दूसरे राज्यों के कुछ अपराधियों से मेल मुलाकात बढ़ी। जेल से छूटने के बाद वीरेंद्र ने ब्याज में पैसे देने का काम शुरू किया था। इसके बाद उसके खिलाफ कई और मुकदमे दर्ज हुए।
हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र और रोहित के कई शिकार हैं। आरोपियों और उनके गुर्गों का खौफ पीड़ितों को इस कदर था, कि उनके शहर में रहते हुए शिकायत देने नहीं पहुंच रहे थे। पुलिस ने वीरेंद्र और रोहित पर जबसे कार्रवाई शुरू की है, तब से पीड़ितों के मन में डर खत्म हो गया है।दो दिन पहले पुरानी बस्ती थाना में नारायणपुर जिले के पीड़ित ने आरोपी रोहित तोमर के खिलाफ एक पीड़ित ने शिकायत की है। पीड़ित ने पुलिस को बताया, कि उसने 10 लाख रुपए कर्ज लिया था और ब्याज सहित 1 करोड़ 10 लाख रुपए दिए।इसके बाद भी रोहित उसको परेशान करता था। पुलिस ने इस केस को भी दर्ज कर लिया है। नारायणपुर के पीड़ित के अलावा कई और व्यक्ति आरोपी तोमर बंधुओं के खिलाफ शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं। बियुरो रिपोर्ट VCN टाइम्स रायपुर
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