रायपुर\तिल्दा -गरियाबंद-श्रावण मास के दूसरे सोमवार को आज श्रद्धालु भगवान शिव को जलाभिषेक करने के लिए आतुर दिखे। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में शिवालयों में श्रद्धालुओं का रेला देखा गया। सड़क पर कांवड़ियों के जयकारों और मंदिरों में हर-हर महादेव की गूंज से वातावरण शिवमय हो गया है । सभी छोटे-बड़े शिव मंदिरों में भक्त जलाभिषेक कर रहे। मंत्री ओपी चौधरी और विधायक भावना बोहरा भी शिव के द्वार पहुंची। भावना बोहरा अमरकंटक से कवर्धा के लिए 151KM की कांवड़ यात्रा पर निकलीं हैं। प्रसिद्ध भूतेश्वर-धाम में भक्ति गीत (जसगीत) पर श्रद्धालु झूमते नजर आए शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती दिखी तिल्दा के लखना स्थित सोमनाथ में शिव भक्तों का ताता लगा हुआ है शिवनाथ और खारुन नदी के पवित्र संगम स्थल में डुबकी लगाकर हजारों कांवड़ियों ने भगवान शिव के दिव्य शिवलिंग का जलाभिषेक किया।

हिंदू धर्म में सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है। यह महीना देवों के देव महादेव को समर्पित माना जाता है। इस साल श्रावण मास की शुरुआत 11 जुलाई से हुई है और इसका समापन 9 अगस्त को होगा। मान्यता है कि इस अवधि में भगवान शिव की पूजा और भक्ति करने से वह बेहद प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। वहीं, सावन के सोमवार का विशेष महत्व है, क्योंकि यह दिन स्वयं शिव जी को समर्पित है। श्रावण के दूसरे सोमवार को आज सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी हुई है।

तिल्दा के सोमनाथ मैं सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। सुबह 10 बजे मंदिर के बाहर हजारों की संख्या में श्रद्धालु लाइन में भगवान शिव के दिव्य शिवलिंग का दर्शन करने के लिए लगे हुए थे। सोमनाथ में दूर-दूर से लोग कावड़ लेकर आते हैं और दिव्या शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं। तीसरे और चौथे सोमवार को यहां रायपुर.बिलासपुर.कवर्धा बेमेतरा,से हजारो की संख्या में टोलियों में कांवड़िए के जलाभिषेक करते है कांवड़ियों के लिए ,चप्पे-चप्पे पर चाय, नाश्ता ,फल, भोजन, की व्यवस्था अलग-अलग संस्थाओं द्वारा की जाती है।आज भी बड़ी संख्या में कांवड़िए बोलबम का नारा लगाते हुए खारूंन और शिवनाथ के संगम स्थल पर पहुंचे और दिव्या शिवलिंग पर जलाभिषेक किया।
सावन के दूसरे सोमवार को गरियाबंद के प्रसिद्ध भूतेश्वर धाम में माहौल शिवमय हो गया है। सुबह से ही यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। भक्ति गीत (जसगीत) पर श्रद्धालु झूमते नजर आए।

कवर्धा के पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने सावन सोमवार के अवसर पर अमरकंटक से 151 किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा की शुरुआत की। वे सैकड़ों कांवड़ियों के साथ नर्मदा उद्गम पहुंचीं और जल भरकर यात्रा प्रारंभ की। विधायक भावना अगले सोमवार को कवर्धा जिले के प्रसिद्ध भोरमदेव महादेव मंदिर में जल चढ़ाकर यात्रा का समापन करेंगी।पंडरिया विधायक भावना वोहरा का कहना है कि, हम हिन्दू धर्म को मानने वाले लोग है। ये हमारी आध्यात्मिक यात्रा है। मेरी कांवड़ यात्रा क्षेत्र और छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए एक संकल्प है। चाहे विधायक हूं या मैं कांवड़ यात्री हर रूप में मेरी धर्म के प्रति आस्था है।

जांजगीर चांपा में शिवालय में भक्तों का ताता लगा हुआ है। बोल बम के नारे से मंदिर गूंज उठा। छत्तीसगढ़ का काशी कहे जाने वाले खरौद स्थित लक्ष्मेश्वर महादेव मंदिर में आस्था का सैलाब देखने को मिला, जहां भक्तों ने दर्शन-पूजन कर जलाभिषेक किया।मान्यता है कि इस मंदिर में स्थापित सवा लाख छिद्रों वाले शिवलिंग की स्थापना स्वयं भगवान श्रीराम और लक्ष्मण ने वनवास काल में की थी। यहां सवा लाख अक्षत (चावल) चढ़ाने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और क्षय रोग (टीबी) से मुक्ति मिलती है।

