छत्तीसगढ़ में जांजगीर चांपा जिले के सलिहाघाट के बाजार में उस समय हड़कंप मच गया जब कार में बैठी 4 साल बच्चीका अपहरण कर चालक फरार हो गया.. पुलिस को खबर मिली तो पुलिस ने चारों तरफ घेराबंदी कर चालक को गिरफ्तार कर बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया
जानकारी के मुताबिक बिलासपुर के राजकिशोर नगर की रहने वाली सत्यवती सूर्यबंशी को मायके जाना था उसके लिए उसने एक कार किराए से ली थी . महिला को बिलासपुर से 80 किलोमीटर दूर सारंगढ़ जिला के सलिहाघाट जाना था. वह अपनी 4 साल की बेटी को लेकर अपने मायके गई. वहां अपने घरवालों से मिली.इसके बाद शाम को वह वापस बिलासपुर अपने घर लौट रही थी. तभी बीच में सलिहाघाट के बाजार में सब्जी लेने के लिए कार रुकवाकर नीचे उतरी. 4 साल की बच्ची के हाथ में मोबाइल देकर कार में बच्ची को छोड़ दिया और बाजार के अंदर चली गई.
सब्जियां लेने के बाद वापस मौके पर पहुंची तो कार और बच्ची गायब थे. महिला घबरा कर भटगांव थाना पहुंची और मामले की जानकारी दी. महिला ने कार ड्राइवर, गाड़ी का नंबर और बाकी की जानकारी पुलिस को बताई.4 साल की बच्ची का सफेद रंग के कार में अपहरण करने की जानकारी सारंगढ़ पुलिस अधीक्षक ने जांजगीर चांपा पुलिस अधीक्षक को दी. इसके बाद जांजगीर चांपा पुलिस ने कार्रवाई शुरू की.
जांजगीर चांपा पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय ने आगे की कार्रवाई के बारे में बताया. एसपी ने बताया बच्ची के अपहरण की सूचना मिलने के बाद बम्हनीडीह, सारागांव, बिर्रा और शिवरीनारायण पुलिस को नाकाबंदी के निर्देश दिए. पुलिस ने नाकाबंदी कर गाड़ियों की तलाश शुरू की. बिर्रा पुलिस ने तलाशी के दौरान सफेद डिजायर कार को घेराबंदी कर रोका और तलाशी ली. गाड़ी के अंदर बच्ची बरामद हुई. बिर्रा पुलिस ने बच्ची को सही सलामत अपने कब्जे में लिया. आरोपी कार चालक को हिरासत में लिया. कार चालक का नाम रवि पटेल है. जो बिलासपुर जिला के रतनपुर थाना क्षेत्र के खुटा घाट गांव का रहने वाला है. बिर्रा पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. बच्ची को परिजनों के हवाले कर दिया गया है. पुलिस की सक्रियता से एक बड़ी वारदात टल गई.
सुरक्षा और सतर्कता की सीख
घटना ने स्थानीय लोगों को भी सतर्क रहने की चेतावनी दी है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वाहन में छोटे बच्चों को अकेला न छोड़ें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना स्थानीय पुलिस को दें। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आवश्यक धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा। बच्ची को सुरक्षित परिवार के सुपुर्द किया जाएगा। जांजगीर–सारंगढ़ पुलिस ने इस घटना को शीघ्र और सफलतापूर्वक सुलझाने पर संतोष व्यक्त किया। यह घटना दर्शाती है कि सतर्क और त्वरित पुलिस कार्रवाई कितनी महत्वपूर्ण है। पुलिस नाकाबंदी और त्वरित जवाबदेही के जरिए न केवल बच्ची को सुरक्षित बचा सकी, बल्कि इलाके में भय और हड़कंप को भी काबू में किया।

