Friday, November 28, 2025
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क्‍यों शादीशुदा कपल्‍स के बीच आ जाती हैं फिज‍िकल दूर‍ियां? मैरेज कॉच ने बताई 5 आदतें, जो करती हैं र‍िश्‍ता बर्बाद

शादी का लड्डू, जो खाए वो पछताए. जो न खाए वो भी पछताए…’ शादी को लेकर कही गई ये कहावत आपने भी जरूर सुनी होगी. दरअसल ये लड्डू शादी के कुछ सालों बाद ही फीका होने लगता है. ज‍िस इंसान को अपना बनाने के ल‍िए आप पूरी दुनिया से लड़ जाते हैं, शादी के कुछ सालों बाद आपकी हर बात उसी इंसान से लड़ने की वजह बन जाती है. आइए जानते हैं मैसेज कॉच और साइकलॉज‍िकल काउंसलर, डॉ. सपना शर्मा से र‍िलेशनश‍िप की वो 5 गलत‍ियां जो आपके और आपके पार्टनर के बीच आकर्षण कम कर देती हैं.

शादीशुदा ज‍िंदगी में धीरे-धीरे रोमांस और रोमांच दोनों कम होने लगते हैं. इसकी कई वजह हो सकती हैं. लेकिन र‍िश्‍ते में कुछ गलत‍ियां ऐसी होती हैं, जो शादी के बाद प्‍यार को फीका कर देती हैं. कई बार समाज की वजह ये शाद‍ियां सालों तक चल तो जाती हैं, पर कपल्‍स के बीच फिज‍िकल इंटीम‍िसी और आकर्षण खत्‍म हो जाता है. आइए जानते हैं मैसेज कॉच और साइकलॉज‍िकल काउंसलर, डॉ. सपना शर्मा से इसके बारे में.

प्राइवेसी की कमी : भारत में कई पर‍िवार जॉइंट फैमली में रहते हैं. ऐसे में घर के बजुर्गों का ये मानना है कि कपल्‍स को ज्यादा प्राइवेसी नहीं मिलनी चाहिए. दूसरों के सामने एक-दूसरे को छूना या दिन में कमरे का दरवाजा बंद करना असभ्य माना जाता है. बस जब रात को सब सो जाते हैं, तभी कमरे का दरवाजा बंद किया जा सकता है. इससे पति-पत्नी के लिए थोड़ी भी प्राइवेसी रखना बहुत मुश्किल हो जाता है. ऐसे में कपल्‍स साथ तो रहते हैं पर पास नहीं आ पाते.

शादी के बाद रोमांटिक डेटिंग का गायब होना : बड़े शहरों में या न्‍यूक्‍लीयर फैमली में रहने वाले लोग फिर भी इस कॉन्‍सेप्‍ट को समझते हैं. पर जॉइंट फैमली में साथ जाना या पति-पत्‍नी का घूमना बहुत मुश्किल होता है. शादी के बाद बाहर जाने का ढंग ऐसा होता है कि पूरा परिवार, दोस्तों या बच्चे साथ होते हैं, और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ही घुमते हैं. अलग से रोमांटिक डेटिंग करने का ख्याल ही नहीं आता. छुट्टियों या ट्रैवल में भी ज्यादातर दोस्त या परिवार साथ रहता है.

घर पर सबसे खराब कपड़े पहनना : आपको अपनी डेट‍िंग का दौर याद है. अपने बॉयफ्रेंड से म‍िलने आप सबसे खूबसूरत अंदाज में जाते हैं. सुंदर कपड़े, हेयरस्टाइल, ज्वेलरी और परफ्यूम सब कुछ इंप्रैस करने के ल‍िए इस्‍तेमाल होता है. लेकिन शादी के बाद ये सब होता है पर सिर्फ बाहर दूसरों को दिखाने के लिए. जबकि पति-पत्नी के सामने वे वही पुराने और फटे कपड़े पहनते हैं, जो फेंकने ही को हों. ऐसे में आप अपनी शादीशुदा जिंदगी में आकर्षण की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?

शारीरिक फिटनेस का ख्याल नहीं : आपने देखा होगा, जब क‍िसी की शादी होती है, तो चाहे लड़का हो या लड़की, अपने इस खास द‍िन फिट द‍िखने के ल‍िए हम खूब कोशिश करते हैं. पर शादी के बाद फिर से बैठकर काम करते हैं, ज़्यादा खाते-पीते हैं और सोते रहते हैं. 30 की उम्र के बाद कई लोगों का वजन बढ़ जाता है या शरीर की कसावट, बनावट सब ब‍िगड़ जाती है.

यहां वजन या शेप की बात नहीं है, बल्कि शरीर को फिट और एनर्जेट‍िक रखने की है. लोग भूल जाते हैं कि शारीरिक आकर्षण बनाए रखने के लिए कुछ विशेष गुण चाहिए होते हैं. अगर शादी से पहले ही पार्टनर को आकर्षित करने के लिए ये गुण जरूरी थे, तो शादी के बाद अचानक आपका फैला शरीर आकर्षक लग सकता है?

जिज्ञासा और व्यक्तित्व का अभाव : फिज‍िकल इंटीम‍िसी और शारीरिक आकर्षण के लिए थोड़ी रहस्यात्मकता (मिस्ट्री) जरूरी होती है. नयापन हमेशा आपकी शादीशुदा ज‍िंदगी के ल‍िए जरूरी है, चाहे वो बाहर हो या फिर अंदर.

लेकिन कई परिवारों में अगर कोई अपनी अलग पहचान बनाए रखना चाहे, तो उसे बुरा माना जाता है. पार्टनर को खुश करने या कंट्रोल करने में इतना ध्यान लगा देते हैं कि धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे जैसे ही हो जाते हैं. जैसे ही आपकी अलग पहचान खत्म होती है, आकर्षण का जादू भी गायब हो जाता है.

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