बस्तर: छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में खेलों का उत्सव इस बार और भी भव्य रूप ले चुका है। बस्तर ओलंपिक 2025 में सात जिलों से कुल 3,91,289 खिलाड़ियों ने पंजीयन कराया है, जिनमें 1,63,668 पुरुष और 2,27,621 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। यह आयोजन केवल खेल प्रतियोगिता तक सीमित नहीं है, बल्कि बस्तर की स्थानीय खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
इस वर्ष प्रतियोगिता का दायरा और भी बढ़ा है। विभिन्न खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में उल्लेखनीय रूप से अधिक है। आयोजन का उद्देश्य न केवल युवाओं में खेलों के प्रति रुचि बढ़ाना है, बल्कि महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना भी है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर ओलंपिक की शुरुआत इसी उद्देश्य के तहत की थी कि बस्तर क्षेत्र के युवा अपने खेल कौशल और प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें। पिछले सालों की तुलना में इस बार आयोजन का दायरा और बढ़ा दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी विशेष रूप से बस्तर ओलंपिक को सराहा है। उन्होंने इसे केवल खेल आयोजन नहीं बल्कि एक ऐसा मंच बताया जहां बस्तर के अंदरूनी इलाकों से निकले खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें।
इस वर्ष 25 अक्टूबर से ब्लॉक स्तर, 5 नवंबर से जिला स्तर और 24 नवंबर से संभाग स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। बस्तर ओलंपिक में दिव्यांग खिलाड़ी, साथ ही आत्मसमर्पित नक्सली भी शामिल होंगे। पिछली बार के आयोजन में नक्सली हिंसा में घायल हुए खिलाड़ियों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। इस बार भी प्रतिभाओं को सम्मानित करने और उन्हें प्रोत्साहित करने का पूरा ध्यान रखा गया है।
इस वर्ष बस्तर ओलंपिक के लिए वन भैंसा और पहाड़ी मैना को शुभंकर के रूप में चुना गया है। इन प्रतीकों का उद्देश्य प्रतियोगियों में उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना है। आयोजन के दौरान विभिन्न खेलों में प्रतिभागियों की प्रतिस्पर्धा देखने लायक होगी। न केवल पारंपरिक खेल, बल्कि आधुनिक खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।

