रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुरमें बुधवार की शाम एक नाबालिग छात्र के लापता होने की घटना ने शहर में चिंता और सुरक्षा को लेकर चर्चा बढ़ा दी है। 14 वर्षीय रजत मौर्या, जो 9वीं कक्षा का छात्र है, बुधवार शाम अपने ट्यूशन से घर लौटने के लिए निकला, लेकिन वह वापस घर नहीं लौटा। रजत की इस अचानक लापता होने की जानकारी मिलने के बाद परिवार और स्थानीय लोग काफी परेशान हैं।
जानकारी के अनुसार, रजत ट्यूशन से निकलकर गुढियारी इलाके तक के CCTV कैमरों में नजर आया। हालांकि, गुढियारी के बाद के अन्य CCTV फुटेज में उसका कोई सुराग नहीं मिला। यह घटनाक्रम यह संकेत दे रहा है कि छात्र यहीं से गायब हो गया होगा, जिससे अपहरण की आशंका जताई जा रही है।रजत के पिता राम भवन मौर्या ने तुरंत खमतराई थाना में जाकर FIR दर्ज कराई। FIR में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अब CCTV फुटेज का विस्तृत विश्लेषण कर रहे हैं और आसपास के इलाकों में पूछताछ कर रहे हैं।
इस घटना ने परिवार में भारी चिंता पैदा कर दी है। रजत की माता-पिता और नजदीकी रिश्तेदार लगातार उसका इंतजार कर रहे हैं। पुलिस ने अपील की है कि कोई भी व्यक्ति यदि रजत को देखे तो तुरंत नजदीकी थाने या पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दें।स्थानीय लोग भी इस घटना को लेकर असुरक्षा महसूस कर रहे हैं। शहर के कुछ हिस्सों में यह चर्चा हो रही है कि ऐसे मामलों में सार्वजनिक सुरक्षा और बच्चों की निगरानी पर और ध्यान देने की आवश्यकता है। स्कूल और ट्यूशन संस्थानों में भी यह चेतावनी दी गई है कि बच्चों के आने-जाने के मार्ग और समय की जानकारी अभिभावकों को दें और उन्हें अकेले बाहर न भेजें।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अपहरण की आशंका को देखते हुए सभी संभावित मार्गों पर पुलिस बल तैनात किया गया है और आसपास के क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चौराहों, बस स्टॉप्स और रेलवे/बस स्टेशनों पर भी नजर रखी जा रही है।इस घटना ने रायपुर की राजधानी के सुरक्षा और बच्चों की सुरक्षा प्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों के लिए ट्यूशन और स्कूल के समय की निगरानी, GPS/मोबाइल ट्रैकिंग और सुरक्षित मार्ग की जानकारी अभिभावकों के लिए आवश्यक हो गई है।
पुलिस मामले में कर रही गहनता से जांच
पुलिस मामले की तत्काल जांच कर रही है और संभावित अपहरणियों की पहचान के लिए पूरे इलाके में छानबीन कर रही है। खमतराई थाना ने स्पष्ट किया है कि बच्चों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस मामले में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

