रायपुर- दिल्ली के विज्ञान भवन में विश्व सिंधी हिन्दू फाउंडेशन एसोसिएशन के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजित हुआ। जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र शेखावत शामिल हुए।
शदाणी दरबार तीर्थ के संत युधिष्ठिर लाल, सांसद शंकर लालवानी, राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरमुख जगवानी, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष देवानी जी वी एस एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजू मनवानी की उपस्थिति में कार्यक्रम हुआ।
सिंधी काउंसिल के प्रदेश अध्यक्ष ललित जैसिंघ ने बताया पूरे देश से एक हजार से ज्यादा लोगों ने भाग लिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सी ए ए कानून के बारे में विस्तार से बताया और कहा सिंधी समाज ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष देखा है। विभाजन की पीड़ा भी झेली है।
संत युधिष्ठिर लाल ने अपने उद्बोधन में कहा सिंधी समाज पूरे देश में फैला हुआ है और सभी क्षेत्र में अच्छी भागीदारी है। व्यवसाय में भी ज्यादा भागीदारी सिंधी समाज की है।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा पूरे देश के प्रमुख सिंधी नेतागण को देख कर बहुत खुशी महसूस हो रही है और आगे भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरमुख जगवानी ने कहा सिंधी समाज 1947 में विभाजन का दर्द झेला है। समाज के लोग अपना सबकुछ छोड़कर भारत आ गए। सिंधी समाज ने हिन्दू धर्म नहीं बदला। अपनी जमीन जायदाद त्याग कर हिन्दू धर्म अपनाने के लिए सिंध प्रांत छोड़ कर भारत आया।
इस अवसर पर विधायक जो अलग अलग प्रदेश से आए कुमार ऐलानी अशोक रोहानी पायल कुकरानी एवम सिंधी काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन लड़ानी दिल्ली अध्यक्ष अशोक लालवानी एवम छत्तीसगढ़ से अमित जीवन नंदलाल साहित्य गौरव मनधानी की उपस्थित थी।

