धरना स्थल हटाने मुख्यमंत्री के नाम सराफा व्यापारियों ने सौंपा ज्ञापन
रायपुर। बूढ़ापारा धरना स्थल को हटाने की मांग को लेकर विरोध स्वरूप प्रदर्शन एक बार फिर तेज हो गया है। नगर निगम सभापति प्रमोद दुबे इस बार नेतृत्व कर रहे हैं इसलिए लोग बड़ी संख्या में लामबंद हो रहे हैं। पिछले चार दिनों से श्री दुबे ने इसकी कमान संभाल रखी है,सोमवार को फिर सराफा व्यापारियों के प्रतिनिधि व स्थानीय रहवारियों के साथ काफी बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम कोतवाली टीआई को ज्ञापन सौंपा। श्री दुबे ने दो टूक कहा कि अब कि बार यह आर-पार की लड़ाई है,पहले भी हम लोग बातचीत करते रहे हैं लेकिन आश्वासन के बाद कोई हल नहीं निकला और चित हो गए लेकिन अब ऐसा नहीं होगा जब तक धरना स्थल नहीं हटेगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा। यह किसी पार्टी,व्यक्ति या संगठन का नहीं बल्कि जनहित का मुद्दा है।
श्री दुबे ने इस बात पर नाराजगी जाहिर की कि आज फिर धरना स्थल पर एक बड़ा धरना प्रदर्शन हुआ। प्रशासन ने पहले भी आदेश जारी किया लेकिन पालन नहीं करवा पाये। शैक्षणिक संस्थान व स्कूल कालेज दफ्तर जाने वाले लोगों की परेशानी वही बता सकते हैं। बड़ी ही मार्मिक बात है कि मारवाड़ी मुक्तिधाम जाने के लिए भी लोगों को शव लेकर सड़क के जाम में फंसना पड़ता है। सराफा व्यापारियों के साथ अन्य संगठनों व स्थानीय लोगों ने अब तय कर लिया है कि जब तक स्थानीय समाधान नहीं होगा,आंदोलन खत्म नहीं होगा मतलब निर्णायक लड़ाई है। कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं बल्कि जनहित का मुद्दा है।
इस मौके पर कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महामंत्री कन्हैया अग्रवाल, पार्षद जितेन्द्र अग्रवाल, सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश भंसाली, सचिव दीपचंद कोटडिया, पूर्व अध्यक्ष हरख मालू, कांग्रेस नेता नवीन चंद्राकर, मुकेश कंदोई भाजपा पार्षद प्रतिनिधि, संजय पारख, उत्तम गोलछा, नरेंद्र दुग्गड़, महावीर मालू, हरीश डागा, संजय कानूगा, ललित नौलखा, जितेंद्र गोलछा, दिलीप टाटिया, अमर बरलोटा, संदीप मुकीम, शांतिलाल बोथरा सहित अनेक प्रमुख लोग उपस्थित होकर प्रदर्शन में भाग लेकर धरना स्थल को हटाए जाने की मांग की । कल टिल्लू चौक के समक्ष वहां के व्यापारियों एवं आम जनता द्वारा प्रदर्शन किए जाने का निर्णय लिया गया है।