तिल्दा नेवरा ,छत्तीसगढ़ के ग्राम पंचायतों के सचिव शासकीयकरण की मांग को लेकर गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गाए हैं। पंचायत सचिवों का कहना है कि दो साल की परीक्षा अवधिक के बाद शासकीयकरण करने की बात कही गई थी, लेकिन सरकार वादा कर भूल गई है। अन्य कर्मचारियों को जो लाभ मिल रहे हैं पुरानी पेंशन, क्रमोन्नति, ग्रेच्युटी वह सब उन्हें भी मिलना चाहिए। इसे लेकर कई बार ज्ञापन दिया। वार्ता हुई, लेकिन आश्वासन से आगे बात नहीं बढ़ी।
सचिवो के हड़ताल में जाने से शासन के विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन पर असर पड़ेगा, शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना अंतर्गत गोबर खरीदी का काम बंद हो जाएगा।इसके साथ ही निराश्रितो को पेंशन भुगतान योजना,जन्म-मृत्यु पंजीयन,मनरेगा,वर्मीखाद विक्रय,राष्ट्रीय आजीविका मिशन,प्रधानमंत्री आवास योजना,जलजीवन मिशन,स्वच्छ भारत मिशन,समस्त निर्माण कार्य पर भी असर पड़ेगा
पंचायत सचिव संघ तिल्दा के ब्लॉक अध्यक्ष चिंतामणी साहू ने बताया कि पंचायत मंत्री श्रीरविन्द्र चौबे एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दिये गए आश्वासन के बाद भी 6 मार्च को बजट में सचिवो के लिए शासकीयकरण के सम्बंध में कोई ठोस पहल नही किया गया ,इससे सचिवो में काफी रोष व्याप्त है और अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने को मजबूर हो गए । पंचायत सचिव शासन के विभिन्न योजनाओं का सफल क्रियान्वयन कर प्रशासन के अंतिम व्यक्ति तक पहुचाने का काम करते हैं,लेकिन राज्य सरकार द्वारा विगत चार वर्षों से सचिवो से छलावा किया जा रहा है। अब जब तक हमारी मांग पूरी नही होगी हड़ताल जरी रहेगा |
हड़ताल में कोमल प्रसाद साहू ब्लॉक संगठन सचिव एवम प्रदेश मीडिया प्रभारी ,शिवचरण वर्मा, सुनील शर्मा . सोहन वर्मा, ओमप्रकाश वर्मा, हरिश्चचंद्र वर्मा,,सेवक साहू ,सुंदर ध्रुव ,परमानंद बंधे ,भिखलेश्वर ,खेसराम साहू ,राकेश साहू ,होरीलाल वर्मा ,मनहरण वर्मा ,ललित वर्मा ,रमेश गृतलहरे ,विष्णु देवांगन ,हरिश्चंद्र ,सुरेंद्र पटेल,चंद्रशेखर वर्मा ,संतराम टंडन ,सीमा ढिढी, डीगेश्वरी वर्मा , नीरा चक्रधारी,मालती ध्रुव ,आरती पठारी,अवध वर्मा,राजकुमार साहू , सहित 101 पंचायत के सचिव उपस्थित थे।