Karwa Chauth: करवा चौथ का उपवास अधिकतर सुहागिनों के लिए महत्वपूर्ण पर्व होता है। इस दिन सुहागिन अपने पति की लंबी आयु की कामना से निर्जला उपवास रखती हैं और पूजा के बाद पानी पीकर व्रत खोलती हैं। वैसे तो सभी महिलाएं करवा चौथ के लिए काफी उत्साहित रहती हैं लेकिन नवविवाहितों के लिए करवा चौथ अधिक खास होता है।
शादी के बाद अगर आप पहली बार करवा चौथ का व्रत रख रही हैं तो उत्साह के साथ कुछ तैयारियों की भी जरूरत होती है। उत्साह में अक्सर नवविवाहिता जाने-अनजाने कुछ गलतियां कर बैठती हैं, जिससे उनके लिए पूरा दिन भूखे-प्यासे रहना मुश्किल हो जाता है और शाम होते-होते उनकी तबीयत भी खराब होने लगती है। अगर आप पहली बार पति के लिए करवा चौथ का व्रत रख रही हैं और भूख-प्यास को नियंत्रित करना मुश्किल हो रहा है तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें, ताकि व्रत रखना आसान हो जाए।
पूरी और सही जानकारी
करवा चौथ महज चांद के सामने छलनी में पति का चेहरा देखने भर का पर्व नहीं है। इससे जुड़े रीति रिवाज और मान्यताएं हैं। शादी के बाद अगर पहली बार करवा चौथ का व्रत रख रही हैं तो पूजा और व्रत से जुड़ी सभी जानकारी, नियम और पंरपराओं के बारे में जानकारी एकत्र कर लें। कब उठना है, कब पूजा करना है और कैसे व क्या खाना-पीना है, यह पता होना चाहिए, ताकि पूजा के समय आपसे कोई गलती न हो जाए।
करवा चौथ का श्रृंगार
करवा चौथ पर महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं। नवविवाहिता को भी पूजा के लिए अच्छे से तैयार होना चाहिए। इस मौके पर शादी का लाल जोड़ा पहन सकती हैं। अगर शादी का जोड़ा पहनने में असहज हैं तो शादी का दुपट्टा कैरी करें। क्या पहनना है और कैसे तैयार होना है, इसकी तैयारी पहले से रखें। उस दिन के लिए कोई काम न छोड़ें।
ऊर्जा बनाए रखें
करवा चौथ की पूजा के लिए महिलाएं अधिक उत्साह में पूरा दिन कामकाज में लगी रहती हैं। बाजार जाना, खरीदारी या घर के अन्य कामों के कारण उनकी ऊर्जा व्यय होती है। साथ ही भूखा रहने से ऊर्जा में कमी आती है। इस कारण शाम में पूजा से पहले या तो वह अस्वस्थ महसूस करती हैं या थकावट के कारण सुस्त हो जाती हैं। पहली बार करवा चौथ का व्रत रख रही हैं तो ध्यान रखें कि ऊर्जा में कमी न आने पाए। इसके लिए उस दिन धूप में निकलने से बचें। शरीर के तापमान को कम रखें।
व्रत में क्या खाएं, क्या नहीं
करवा चौथ के व्रत के दौरान पूरा दिन भूख व प्यास न लगे, इसके लिए उपवास से पहले कुछ चीजों का सेवन जरूर करें। व्रत से पहले सरगी की परंपरा होती है। उपवास रखने से पहले एक गिलास दूध, नारियल पानी, दही, और पोषण से भरपूर भोजन करें ताकि व्रत के दौरान अधिक भूख प्यास न लगे।
भूख-प्यास लगे तो क्या करें
व्रत के दौरान अगर प्यार महसूस होती है तो नहा लें। नहाने से शरीर का तापमान कम होता है और ठंडक महसूस होती है, जिससे प्यार का अहसास कम होता है। अगर बहुत अधिक भूख महसूस हो और तबीयत खराब होने लगे तो दिनभर में एक या दो बार जूस का सेवन कर सकते हैं। व्रत के साथ सेहत का ध्यान रखना भी जरूरी होता है।