छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने बुधवार देर शाम जमकर उत्पात मचाया। बीजापुर में छत्तीसगढ़-तेलंगाना हाईवे पर बरदेला गांव के पास लकड़ियों का ढेर रखकर आग लगा दी। इसके बाद IED ब्लास्ट किया और फायरिंग शुरू कर दी। जिसके चलते रास्ता जाम हो गया। सूचना मिलने पर CRPF के जवान मौके पर पहुंचे और जवाबी कार्रवाई शुरू की।
दरअसल, नक्सलियों ने पुलिस एनकाउंटर में अपने साथी की मौत के विरोध में गुरुवार को बीजापुर बंद का ऐलान किया है। इससे पहले देर शाम करीब 7 बजे इलाके में दहशत फैलाने की कोशिश की। करीब 7:15 बजे दैनिक भास्कर का रिपोर्टर मौके पर पहुंचा तो वहां नक्सलियों ने दो पुतले लगा रखे थे और हाईवे पर आग की लपटें उठ रही थीं।
दादा (नक्सली) लोग मौजूद हैं, जिन्होंने सड़क पर आग लगा दी है। टीम इसके बाद भी अपनी जान जोखिम में डालकर आगे बढ़ी। थोड़ी और आगे जाने पर करीब 7 बजकर 20 मिनट पर IED के धमाके और 7 से 8 राउंड फायरिंग की आवाज भी सुनाई दिए।
जैसे ही फायरिंग रुकी वहां से 5-7 लोग जानवरों जैसी आवाजें निकालकर अपने साथियों को सिग्नल दे रहे थे। जंगल से कुछ लोग जोर-जोर से गालियां भी दे रहे थे। नक्सली उत्पात की खबर सुनकर कई लोग रास्ते से ही गाड़ी घुमाकर जिला मुख्यालय की ओर ही लौट गए।
जिस जगह नक्सलियों ने आगजनी की वहां से करीब डेढ़ सौ मीटर के फासले पर ही CRPF का कैंप है। घटना की खबर पाते ही करीब दो ढाई सौ जवान मौके के लिए रवाना हो गए। वहां पहुंचकर फोर्स ने मार्ग बहाल कराया लेकिन लोगों को बीजापुर जिला मुख्यालय की ओर जाने को कहा।
हालात सामान्य होने पर भास्कर की टीम एक बार फिर ग्राउंड जीरो पर पहुंची जहां CRPF जवानों ने मोर्चा संभाल लिया था। इस दौरान सड़क के किनारे जलती हुई लकडि़यां पड़ी थी। हालांकि जवानों ने एहतियातन टीम को वहां नहीं रुकने और गाड़ी की लाइट बंद कर वापस जाने को कहा। पुलिस पार्टियां जंगल में पेट्रोलिंग के लिए भी निकल गईं।
नागेश पदम के मारे जाने से बौखलाए हैं नक्सली
बीजापुर जिले में मद्देड़ एरिया कमेटी प्रभारी नागेश पदम की पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से नक्सलियों में बौखलाहट है। नक्सलियों ने 26 अक्टूबर को बीजापुर जिले में बंद का आव्हान किया। नक्सली नेता मोहन ने स्वास्थ्य सुविधाओं को छोड़कर सभी को बंद में सहयोग करने की अपील की है। नक्सलियों ने बंद को लेकर नेशनल हाईवे पर कर्रेमरका और गंगालूर सड़क पर बैनर भी लगाया है।