500 साल बाद अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। अगर श्री राम जन्मभूमि वापस ली जा सकती है, तो कोई कारण नहीं कि हम सिंध को वापस नहीं ले सकते।’ सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित राष्ट्रीय सिंधी अधिवेशन में यह बात कही।
इस अधिवेशन में छत्तीसगढ़ के सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ललित जैसिंघ भी मौजूद थे। उन्होंने इस मामले में कहा- सिंधी समाज जो पीड़ा झेल रहा है उसका स्थाई हल हो, भारत सरकार उचित कदम उठाकर न्याय दिलाए ।
शदाणी दरबार तीर्थ को किया याद
सिंधी काउंसिल युवा सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का छत्तीसगढ़ के डैलिगेट्स ने स्वागत किया। सिंधी समाज इस कॉन्क्लेव में उनका धन्यवाद भी किया। छत्तीसगढ़ से गए काउंसिल के पदाधिकारियों ने यूपी CM का स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री योगी ने कहा मुझे रायपुर में शदाणी दरबार तीर्थ जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस दौरान सिंधी एकेडमी अध्यक्ष राम गिडलानी,युवा विंग अध्यक्ष रवि ग्वालानी,गौरव मंधानी,सुनील वाधवा,गौतम रेलवानी,नरेश पंजवानी मौजूद रहे।
बंटवारे का दर्द
लखनऊ में हुए कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा, “1947 में बंटवारे जैसी त्रासदी फिर कभी ना आने पाए। इसके लिए हमें राष्ट्र प्रथम का संकल्प लेना चाहिए। राष्ट्र की एकता और अखंडता के प्रति खिलवाड़ करने वाले को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए।” योगी ने कहा, “सिर्फ एक व्यक्ति की जिद की वजह से देश को विभाजन की त्रासदी से गुजरना पड़ा। देश के बंटवारे की वजह से लाखों लोगों का कत्ल-ए-आम हुआ। भारत का एक बड़ा भू-भाग पाकिस्तान के रूप में चला गया।”
पद्म भूषण पंकज आडवाणी ‘शेर ए सिंध’ से सम्मानित
आयोजन में योगी ने पद्म भूषण पंकज आडवाणी को ‘शेर ए सिंध’ सम्मान से सम्मानित किया। पंकज 25 बार विश्व बिलियर्ड्स एवं स्नूकर चैम्पियन रह चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, लखानी ग्रुप के अध्यक्ष एसएन लखानी, देश में सामाजिक कार्यों के जाने माने नाम श्रीराम छबलानी, टेक महिंद्रा के भारत के प्रमुख राजेश चंद्र रमानी और VIP कंपनी की को-फाउंडर सोनाक्षी लखानी को सम्मानित किया। कार्यक्रम में 10 देशों और भारत के 10 राज्यों के 225 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।