
रायपुर।अरे कुछ नहीं कुछ नहीं अरे कुछ नहीं है भाता जब रोग यह लग जाता.. ब्राह्मण पारा के अपराजित और स्वीडन की अमांडा का प्रेम भी कुछ इसी तरह का है,, दोनों की मुलाकात 2017 में कॉमन फ्रेंड की पार्टी में हुई हालांकि उनकी यह मुलाकात तो सामान्य थी लेकिन पहली मुलाकात में ही दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे , 7 जनवरी को शादी के पवित्र बंधन में बांधकर सात जन्मों के लिए एक हो गए स्वीडन की अमांडा अपने परिवार और दोस्तों के साथ रायपुर आकर हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर अपराजित की धर्मपत्नी बन गई। अमांडा ने हल्दी, मेहंदी संगीत जैसे सभी रस्मों को बड़ी ध्यान से सुनकर पूरा किया।
शादी के दौरान पंडित ने सात वचन पढ़े। इन सात वचनों को इंग्लिश में ट्रांसलेट कर अपराजित ने अमांडा को सुनाया। शादी में अमांडा की बहनों ने जूता छिपाने की रस्म भी निभाई, जिसे सभी ने एंजॉय किया। शादी में अमांडा के पेरेंट्स, बहन, जीजा, भाई, फेंड्स, चाचा-चाची सहित 22 लोग शामिल हुए। अमांडा एक हॉस्पिटल में यूनिट मैनेजर है, जबकि अपराजित एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।
फ्रेंड की पार्टी में हुई मुलाकात
रायपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद 2013 में जॉब के लिए सिलसिले में अपराजित स्वीडन शिफ्ट हुए। 27 सितंबर 2017 को कॉमन फ्रेंड की पार्टी में अमांडा और अपराजित की पहली मुलाकात हुई। ये मुलाकात तो सामान्य थी, लेकिन कुछ ही महीनों में दोनों का फिर मिलना हुआ और यहीं से दोनों की बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ।
परिवार ने सहयोग किया
अपराजित ब्राह्मणपारा निवासी आलोक और संध्या शर्मा के बड़े बेटे हैं। अपराजित ने जब अपने पेरेंट्स को अमांडा के बारे में बताया तो उन्हें डर था कि घरवाले कहीं मना न कर दें, लेकिन परिवार ने सपोर्ट किया।
एफिल टावर के सामने किया प्रपोज
अपराजित एक दिन अमांडा को लेकर सीधे एयरपोर्ट पहुंचा और वहां से पेरिस। अपराजित ने 20 नवंबर 2021 को एफिल टॉवर के पास घुटनों पर बैठकर अमांडा को रिंग पहनाते हुए प्रपोज किया। दोनों ने जनवरी 2022 में शादी की प्लानिंग की। लेकिन कोविड के कारण शादी नहीं हो पाई। इसके बाद परिवार की सहमति से 7 फरवरी 2023 को शादी की डेट तय की गई।