तिल्दा नेवरा -नेवरा निवासी श्वेता ने सहायक वन संरक्षक अधिकारी के पद पर चयनित होकर शहरके साथ पुरे जिले मान बढ़ाया है। उन्होंने साल 2020 वन सेवा परीक्षा में प्रतिभाग किया था। इसका परिणाम अब घोषित किया गया है।उन्होंने महिला रैंक में तीसरा और ऑल कैटेगरी में 20 वी रैंक हासिल की है। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में जन्मी श्वेता के पिता सतीश कुमार सहायक संचालक उद्यानिकी विभाग रायपुर में पदस्थ हैं.. दो भाई बहनों में श्वेता दूसरे नंबर की हैं। उनका बड़ा भाई और भाभी रायपुर में डॉक्टर है वही छोटा भाई आईएएस की पढ़ाई कर रहा है ,जबकि मां ग्रहणी है .
शुरू से ही मेधावी छात्रा रही रही श्वेता VIT वेल्लूर से बायोमेडिकल से इंजीनियरी करने के बाद 2 साल जॉब करती रही .इसी बीच 2017 में उनकी शादी तिल्दा के बीएसएनल रिटायर दिलीप कुमार के पुत्र देवव्रत शर्मा इंजीनियर के साथ हुई.. शादी के बाद श्वेता का जॉब भी छूट गया,ग्रहणी बनकर घर में सास के काम काज में हाथ बटाती रही . इसी बीच 2017 में छत्तीसगढ़ वन विभाग में सहायक वन संरक्षक के पद पर भर्ती के लिए वैकेंसी निकली,उन्होंने परीक्षा देने का फैसला किया,लेकिन पहली बार की परीक्षा में वह असफल रही, फिर 2020 में सहायक वन संरक्षक के पद पर भर्ती के लिए वैकेंसी निकली, तो श्वेता ने दोबारा परीक्षा देने का मन बनाया. सबसे बड़ी बात तो यह थी कि परीक्षा के समय वह 8 महीने की गर्भवती थी,बावजूद भारी बेबी बंप के साथ उन्होंने परीक्षा देने का फैसला किया और कुछ ही दिन की तैयारी के साथ उन्होंने परीक्षा पास कर लिया..
वह कहती है कि मैंने जो मेहनत की उसमे मुझे सफलता मिली है मैं बहुत खुश हूं, बावजूद मै सफलता का श्रेय पति व परिजनों को देती हूं..। श्वेता की मिली सफलता से उनके ससुराल पक्ष के साथ मायके वाले भी खुश है.. श्वेता का ससुराल का शहर में काफी नाम होने के साथ राजनीति में भी खासी पकड़ है श्वेता के पति देव व्रत के ताऊ रमनलाल शर्मा भाजपा की वरिष्ठ नेता माने जाते हैं वही उसके चाचा राजू शर्मा जिला पंचायत में सभापति है. रिजल्ट आया तो श्वेता अपने माता पिता के पास थी जब ससुराल पहुंची तो उनका जोरदार स्वागत किया गया उसे बधाई देने वालों का तांता लगा रहा