ओले गिरने से फल व सब्जी के साथ उन्हारी फसल प्रभावित
तिल्दा नेवरा-रायपुर- मंगलवार सुबह आसमान पर बादल तो छाए हुए थे लेकिन कुछ ही देर में बरसात के मौसम की तरह काले बादल आ गए और आधे घंटे तक जमकर बरसे। सुबह की पाली में परीक्षार्थी व आफिस जाने वालों को काफी परेशानी हुई। कल और आज की बारिश ने राज्य में फल,सब्जी व उन्हारी फसल की उपज को जमकर नुकसान पहुंचाया है। अभी एक दो दिन ऐसे ही हालात बने रहने की संभावना मौसम विभाग ने जतायी है। सोमवार रात भी तिल्दा रायपुर, बिलासपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार राजधानी सहित छत्तीसगढ़ में अचानक मौसम बदलने की कई वजह है। छत्तीसगढ़ में दक्षिण दिशा से काफी ज्यादा मात्रा में नमी पहुंच रही है। एक चक्रवाती सिस्टम पश्चिमी विदर्भ और आसपास के क्षेत्र में बना हुआ है। और समुद्र सतह से 1.5 किमी ऊपर सक्रिय है। एक द्रोणिका झारखंड से लेकर ओडिशा होते हुए उत्तरी तटीय आंध्रप्रदेश तक फैली हुई है। दूसरी द्रोणिका दक्षिण तमिलनाडु से लेकर पश्चिमी विदर्भ और आसपास के इलाके से होते हुए कर्नाटक तक है। इन वजहों से बारिश हो रही है।
इससे पहले द्रोणिका के प्रभाव से सोमवार को रायपुर का मौसम बदल गया। रात को तेज हवाएं चलने और बारिश से तापमान में गिरावट आ गई। वहीं गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और दुर्ग जिले के धमधा अंतर्गत ग्राम पारबोड़, खपरी व जाताघर्रा में ओले गिरे। यहां शाम करीब छह बजे से लगभग 40 मिनट तक ओले गिरे। इसके अलावा बेमेतरा, कवर्धा में भी वर्षा हुई। दो दिनों में अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आएगी।