छत्तीसगढ़ के जशपुर में मोबाइल फोन नहीं मिलने पर 15 साल की लड़की ने खुदकुशी कर ली। उसका शव सोमवार सुबह पेड़ से फांसी पर लटकता हुआ मिला है। लड़की कई दिनों से अपनी मां से मोबाइल दिलाने की मांग कर रही थी। मामला पत्थलगांव थाना क्षेत्र का है। महीने भर में 3 बच्चे मोबाइल के लिए खुदकुशी कर चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक, कछार बरपारा निवासी इलूश कुजूर अपने परिवार के साथ रहता है। उसकी बेटी आशा कुजूर (15) ने 8वीं क्लास के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। वह कई दिनों से अपनी मां से मोबाइल फोन की डिमांड कर रही थी। लेकिन मां हर बार घर की समस्या बताकर टाल जाती।
आशा ने रविवार को फिर अपने लिए नया मोबाइल लाने को कहा। इस पर मां ने कहा कि, अभी खेती किसानी में पैसा खत्म हो गया है। जब धान की फसल बेचेंगे, तब नया मोबाइल खरीद दूंगी। लेकिन आशा अपनी जिद पर अड़ी रही। बताया जा रहा है कि मां की बात से नाराज होकर आशा रविवार को घर से निकल गई।
जब सुबह परिजन सोकर उठे तो बेटी उन्हें कहीं नजर नहीं आई। उसे उधर-इधर ढूंढते घर के पास ही एक पेड़ पर चुनरी से उसका शव लटक रहा था। शोरगुल सुनकर आसपास के लोग भी पहुंच गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस पहुंची और ग्रामीणों की मदद से शव को नीचे उतरवाया।
पत्थलगांव एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल ने बताया कि नाबालिग के फांसी लगाने की वजह परिजनों ने नया मोबाइल नहीं दिला पाना बताया है। फिलहाल मामले में आगे की जांच की जा रही है। बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
छत्तीसगढ़ में मोबाइल की जिद पूरी नहीं होने पर पिछले एक माह में 3 बच्चे अपनी जान दे चुके हैं। तीनों ही मामलों में बच्चे अपने पैरेंट्स से मोबाइल और उसमें गेम खेलने की डिमांड करते थे। विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों की मोबाइल की लत उनके मानसिक और शारीरिक विकास में बाधा बनती जा रही है।