राजनांदगांव। राजनांदगांव में चुनाव प्रचार थमने से पहले खैरागढ़ के पूर्व विधायक दिवंगत देवव्रत सिंह की पत्नी विभा सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व तलाकशुदा पत्नी पदमा सिंह को पत्नी के रूप में प्रचारित करने के मामले में कड़ी आपत्ति की है। विभा सिंह का कहना है कि बघेल की इस हरकत से स्व. देवव्रत सिंह की आत्मा को ठेस पहुंच रही है। लोकसभा चुनाव जीतने के लिए बघेल की ओर से खैरागढ़ में पदमादेवी को स्व. देवव्रत सिंह की पत्नी बताया जा रहा है।
बुधवार को पत्रकारवार्ता में विभा सिंह ने आरोप लगाया कि साल 2011 में पदमा देवी 11 करोड़ लेकर देवव्रत सिंह और उनके बच्चों से अलग हो गई थी। उनका आरोप है कि पदमा देवी ने तलाक के बाद उत्तराखंड के नैनीताल अल्मोड़ा के रहने वाले नीतिन पंथ से विवाह कर लिया। वर्तमान में वह उन्हीं के साथ दिल्ली में रहती हैं, परन्तु निजी स्वार्थ के चलते खैरागढ़ की जनता के बीच भूपेश बघेल पदमादेवी को देवव्रत की पत्नी बताकर वोट बटोरने की कोशिश कर रहे हैं।
विभा का आरोप है कि देवव्रत सिंह को कांग्रेस में रहने के दौरान पूर्व सीएम द्वारा अपमानित किया गया। उन्हें कई बार बेईज्जत किया गया। अब उनके नाम का इस्तेमाल कर बघेल और पदमादेवी न सिर्फ देवव्रत की आत्मा को और उनकी भी भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं।
विभा ने कहा कि उदयपुर (छुईखदान) में देवव्रत के निधन की खबर पर जब वह पहुंची तो उन्हें कई तरह के शंकाए थी, जिसमें दिल्ली जाने से पूर्व देवव्रत की सेहत अच्छी थी। उनके आकस्मिक मृत्यु को लेकर आज भी वह जांच करने की मांग पर अडिग हैं। भूपेश बघेल पर पदमादेवी और कांग्रेस पार्टी के गुंडों को संरक्षण देकर महल में बलवा कराने का भी विभा ने आरोप लगाया है।