मनेंद्रगढ़-छत्तीसगढ़ में अतिक्रमण हटाने निकले तहसीलदार को व्यापारी ने थप्पड़ जड़ दिए। मामला मनेन्द्रगढ़ का है। जानकारी के मुताबिक तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त बीते एक हफ्ते से मनेंद्रगढ़ के अलग-अलग इलाकों में अतिक्रमण हटाने पहुंच रहे हैं।
शुक्रवार को भी वे राजस्व, नगरपालिका और पुलिस की टीम के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। इस दौरान मौहारपारा इलाके के गोपाल शीत गृह के पास तहसीलदार और व्यापारी नितिन अग्रवाल के बीच विवाद हो गया। दुकान के बाहर से सीमेंट सीट हटवाने को लेकर दोनों में बहस हुई। गाली-गलौज के बाद व्यापारी ने तहसीलदार काे थप्पड़ जड़ दिए।
जानकारी के मुताबिक, नितिन अग्रवाल की सीमेंट, छड़ की दुकान है। दुकान के बाहर नेशनल हाईवे की नाली है। नाली में सीमेंट सीट रखी हुई थी। इसे वहां मौजूद पटवारी दीपेंद्र सिंह ने हटाने के निर्देश दिए। नितिन सीमेंट सीट हटा रहे थे, इस बीच तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त ने काम जल्दी करने कह दिया। इस पर नितिन अग्रवाल भड़क गए। उन्होंने तहसीलदार को थप्पड़ जड़ दिया।
आपको बता दें कि बीते हफ्ते अतिक्रमण हटाने के दौरान भी तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त विवादों में थे। उन्होंने एक व्यवसायी का मोबाइल छीन लिया था, इसे बाद में व्यवसायी को लौटा दिया गया। नदीपार इलाके में अतिक्रमण हटाने के दौरान विवाद हुआ था।
व्यवसायी प्रियम केजरीवाल मोबाइल चालू कर वीडियो बनाने लगे और बगैर नोटिस के अतिक्रमण हटाने को लेकर तहसीलदार से सवाल किया था। जिसके बाद आवेश में आकर तहसीलदार ने युवक का मोबाइल छीन लिया था।
तहसीलदार से मारपीट करने के दौरान वहां पुलिस भी मौजूद थी। फिलहाल, पुलिस ने नितिन अग्रवाल को हिरासत में लिया है। तहसीलदार यादवेंद्र कैवर्त के साथ राजस्व अमला भी थाने पहुंचा। तहसीलदार ने मामले की रिपोर्ट लिखाई है।
वहीं नितिन अग्रवाल ने भी थाना प्रभारी को पत्र लिखा है। इसमें तहसीलदार यादवेंद्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसमें कहा गया है कि, तहसीलदार ने आवेदक की संपत्ति को तोड़फोड़ कर आर्थिक क्षति पहुंचाई गई। साथ ही झूठे केस में फंसाने की धमकी देने का भी आरोप है।