तिल्दा नेवरा -उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन हो गया। 4 दिनों तक चलने वाले छठ के पारण के साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास खत्म हो गया। आज सुबह 4 बजे से ही तिल्दा बस्ती तालाब घाट पर छठ व्रतियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। मान्यताओं के मुताबिक, सूर्य षष्ठी का व्रत आरोग्य की प्राप्ति, सौभाग्य और संतान के लिए रखा जाता है। स्कंद पुराण के अनुसार, राजा प्रियव्रत ने भी छठ व्रत रखा था। उन्हें कुष्ठ रोग हो गया था।
इससे पहले महापर्व के तीसरे दिन यानी गुरुवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी (डूबते हुए) सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ घाटो पर व्रती और श्रद्धालुओं की भारी भीड़े देखने को मिली। कई लोगों ने घरों की छत और तालाबों में छठ पूजा मनाई।
छठ महापर्व का समापन पर नगर पालिका अध्यक्ष लेमीक्षा गुरु डहरिया, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष महेश अग्रवाल, भाजपा के शहर अध्यक्ष सुरेश वर्मा, भाजपा पार्षद विकास कोटवानी ने शहरवासियों की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिये ईश्वर से प्रार्थना की है।