रायपुर-गिरौदपुरी धाम की एक बस्ती में बने जैतखाम और सतनामी समाज के पूजा स्थल में तोड़-फोड़ हुई है। इसे लेकर समाज के लाेगों ने चक्काजाम किया। बलौदा बाजार जिले में इस घटना के बाद से ही खूब बवाल हुआ। शनिवार को समाज के गुरु और कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके गुरु रुद्रकुमार ने मीडिया के जरिए मौजूदा सरकार पर दबाव बनाते हुए कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने रायपुर प्रेस क्लब में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- गिरौदपुरी धाम से 5 किलोमीटर दूर एक बस्ती मानाकोनी है जहां पर पुरानी गुफा है जो (बाघिन गुफा) के नाम से प्रचलित हैं । जहां किसी उपद्रवी द्वारा हमारे आस्था के प्रतिक स्वेत जैतखाम को काट कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया है, जिससे पूरे सतनामी समाज आक्रोश हैं,गिरौदपुरी धाम में सतनामी समाज के लोग धरना दे रहे हैं।
गुरु रुद्रकुमार ने आगे कहा- पुलिस प्रशासन द्वारा दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई जब तक दोषियों को पकड़ नहीं जाएगा तब तक वहां दूसरा जैतखाम स्थापना नहीं करने देंगे। यह मामला सतनामी समाज के साथ ही अपमान नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के जनता का आस्था जुड़ा है उसका अपमान है । जिसके लिए जातिवादी मानसिकता रखने वाले लोगों के द्वारा इस तरह विचार रखना आज के समय में अपराध है ऐसे लोग को सजा भुगतना पड़ेगा।
अब दो गुरु आमने-सामने
सतनामी समाज के एक और गुरु और भाजपा से इस बार विधायक बने गुरु खुशवंत साहेब ने इस पूरे मुद्दे पर गुरु रुद्रकुमार को घेरा। उनके पिता बालदास साहेब ने अपने बयान में कहा- भाजपा सरकार इस मामले की सूक्ष्मता से जाँच कर दोषियों पर कार्रवाई करेगी। भाजपा नेता व सतनामी समाज के धर्मगुरु संत बालदास साहेब ने इस घटना को लेकर कांग्रेस के प्रलाप को घड़ियाली आँसू बहाना बताया और कहा कि प्रदेश सरकार की तत्परता से इस घटना में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की तहकीकात शुरू की जा चुकी है।
भाजपा नेता व धर्मगुरु संत बालदास साहेब ने कहा कि निहित राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए कांग्रेस के लोग तमाम तरह के ओछे हथकंडों पर पहले भी उतरते आए हैं।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उससे पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का कूटरचित वीडियो वायरल करके कांग्रेस निम्न स्तर की राजनीति करती रही है।घड़ियाली आँसू बहा रहे प्रदेश के पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार यह न भूलें कि सतनामी समाज के साथ भेदभाव कर सामाजिक हितों को सबसे ज्यादा चोट कांग्रेस के शासनकाल में पहुँचाई गई।
भाजपा नेता और धर्मगुरु संत बालदास साहेब ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में डॉ.रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में कुतुबमीनार से भी ऊँचा जैतखाम बनाया गया और सतनामी समाज के साथ सतत सम्मानजनक व्यवहार किया गया। गुरु बालदास साहेब ने सवाल दागा कि जब कांग्रेस शासनकाल में अनुसूचित जाति वर्ग के युवकों को राजधानी की सड़कों पर नग्न प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ा था और तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सतनामी समाज के युवाओं को सार्वजनिक रूप से भौंकने वाला कहकर अपमानित किया था तब रुद्रकुमार कहाँ थे? उस समय सतनामी समाज के आत्म-सम्मान के लिए उन्होंने क्यों नहीं आवाज उठाई?